अगर किसी व्यक्ति को बचपन में पेट से जुड़ी समस्या रही है तो बड़े होने के बाद भविष्य में उसका मानसिक स्वास्थ्य व सेक्स लाइफ प्रभावित होती है. इस विषय पर कई यूनिवर्सिटीज़ में रिसर्च भी हो रही है और ज़्यादातर मामलों में यही पाया गया है कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम (gastrointestinal system) लोगों में गंभीर डिप्रेशन (depression) और एंज़ायटी (anxiety) का कारण बनता है. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम को शरीर का दूसरा मस्तिष्क भी कहा जाता है, इसलिए जब गुड और बैड बैक्टीरिया के बीच संतुलन बिगड़ जाता है तो इसका पाचन क्रिया पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ऐसे में शरीर में मौजूद हानिकारक टॉक्सिन्स टॉयलेट (toxins toilet) या यूरिन के ज़रिए बाहर नहीं निकल पाते हैं और ये टॉक्सिन्स धीरे-धीरे शरीर के दूसरे अंगों के साथ-साथ दिमाग़ को प्रभावित करते हैं, जिससे व्यक्ति में डिप्रेशन, एंज़ायटी थकान जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं जिसका असर सेक्स लाइफ में भी पड़ता है।
एसिडिटीः हम जो भी खाते हैं, उसे पचाने के लिए पेट में एसिड की आवश्यकता होती है, लेकिन जब उसी एसिड की मात्रा अधिक हो जाती है तो यह एसिडिटी (acidity) का कारण बन जाती है. एसिडिटी होने पर पेट में जलन, खट्टी डकार, अनिद्रा, भूख न लगना, चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं होने लगती हैं और कुछ भी करने का मन नहीं करता जो की मनुष्य के सेक्स जीवन (sexual life) में भी बाधा उत्पन्न करते हैं।
कब्ज़ः अगर किसी व्यक्ति को टॉयलेट करने में दिक्कत होती है या फिर उसका मल काफ़ी टाइट होता है और वो एक या दो दिन के अंतराल पर टॉयलेट जा रहा है तो इसका अर्थ यह है कि वो कब्ज़ से पीड़ित है. कब्ज़ होने पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम की सफ़ाई सही तरी़के से नहीं हो पाती है और पेट में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते हैं. कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि कब्ज़ की वजह से एंज़ायटी, डिप्रेशन, मूड में बदलाव, पैनिक डिसऑर्डर (panic disorder) और शरीर में दर्द, पेशाब में धात जाना स्वप्नदोष होना, चिपचिपा सा पदार्थ हर समय गिरते रहना और बबासीर जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के होने की संभावना अधिक होती है इससे मनुष्य तनाव में रहने लगता है वो खुद को दोषी समझने लगता है जिससे उसका ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं होता और इस कारण सेक्सुअल अंगों में तनाव की कमी हो जाती है।
हमारी आप सभी को यही राय है कि यदि आपको भी कोई सेक्स समस्या है तो सबसे पहले ये जान लें कि आपको पेट संबंधी कोई रोग तो नहीं यदि है तो पहले उसका उपचार कर लें व अपने खाने में हरी सब्जियां, मीठे फल अंकुरित दालें ज्यादा लें पानी ज्यादा से ज्यादा पियें। यदि फिर भी सेक्स से सम्बंधित समस्याएं आपको परेशान कर रही है तो किसी योग्य चिकित्सक को दिखाएं।
अशोक क्लिनिक पीतमपुरा दिल्ली गत 50 वर्षो से ऐसे ही रोगो की चिकित्सा में सेवार्थ है