स्मोकिंग से भी होती है सेक्स की कमजोरी Smoking causes Sexual Weakness
यह तो लगभग सभी लोग जानते हैं कि तम्बाकू या इससे बनी चीज में निकोटिन (Nicotine) नामक एक खतरनाक रसायन होता है जो शरीर के लिए बेहद हानिकारक होता है। इससे कैंसर जैसी भयानक बीमारी की संभावना के साथ इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (Erectile Dysfunction) की भी शिकायत उत्पन्न हो जाती है। इस जहरीले रसायन का शरीर और शरीर की सेक्स क्षमता पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव को समझने के लिए हमें (Smoking effects on sex) शरीर की सेक्स प्रणाली को भी समझ लेना चाहिए।
इंसानी शरीर की समस्त चेतना व शक्ति का केंद्र मस्तिष्क में होता है जिसके द्वारा सेक्स विचार, कल्पना व स्पर्श आदि की क्रियाएं होती है जिससे व्यक्ति के मस्तिष्क का सेक्स सेंटर एक्टिव हो जाता है और मस्तिष्क अपनी गतिविधियों का संदेश स्पाइनल कार्ड की मदद से सेक्स तंत्रिकाओं को भेजकर सेक्स की इच्छा के प्रति उत्साहित करता है जिससे उसके प्राइवेट पार्ट में खून का प्रवाह बढ़ जाता है और उसमें सख्ती व उत्तेजना आ जाती है।
इसके विपरीत तम्बाकू उत्पादों में मिश्रित निकोटिन रसायन से खून गाढ़ा हो जाता है जिससे शरीर की समस्त रक्त नलियों में खून का प्रवाह धीमा पड जाता है और व्यक्ति द्वारा सेक्स के बारे में सोचने पर भी उसके यौनांगों में रक्त प्रवाह नहीं बढ़ पाता जिससे उसमें सेक्स की कमजोरी उत्पन्न हो जाती है।आज सेक्स की कमजोरी की कड़ी में ज्यादातर केस शीघ्रपतन अर्थात प्रीमेच्योर इजेकुलेशन के होते है और सेक्स के चरम सुख का सारा दारोमदार वीर्य स्खलन की अवधि पर निर्भर होता है।
आज के ज्यादातर व्यक्ति डिप्रेशन एवं काम के अत्यधिक बोझ से बने मानसिक तनाव से बचने के लिए ही स्मोकिंग का सहारा लेते हैं जिससे उनका तनाव तो काम नहीं होता बल्कि तम्बाकू खाने एवं स्मोकिंग करने से पुरुष हार्मोन्स अर्थात टेस्टोस्टेरॉन लेवल में गड़बड़ी हो जाती है जिससे एक्साइटमेंट में कमी और ऐंग्जाइटी में इज़ाफ़ा हो जाता है। ऐसी स्थिति में सेक्स क्षमता चौपट हो जाती है। यदि आप स्मोकिंग बंद कर दें तथा गुटखा व तम्बाकू आदि छोड़ दें तो निश्चित रूप से आपके प्राइवेट पार्ट में खून का बहाव भी तेज होगा तथा दिमाग में ऑक्सीजन भी ज्यादा पहुंचेगी जिससे आपके जोश में इज़ाफ़ा होगा और आप सेक्स का पूरा आनंद उठा सकेंगे।