Always Consult Doctor during Pregnancy | प्रेगनेंसी में लेती रहें डॉक्टर की सलाह
गर्भवती होने पर अक्सर स्त्रियों को चारों तरफ से सलाह मिलने लगती है लेकिन यह आपके ऊपर निर्भर है कि आप कौन सी सलाह मानें या कौन सी नहीं। इसके बारे में हम तो यही कहेंगे कि आपको डॉक्टर की सलाह ही माननी चाहिए जो आपको कुछ सावधानियां बरतने के लिए कहेंगे लेकिन साथ ही आपको अपना ख्याल खुद भी रखना होता है। जानी मानी स्त्री रोग विशेषज्ञा डॉ. मीना गुप्ता का भी यही कहना है कि थोड़ी सी सावधानियां बरतकर (Always Consult Doctor during Pregnancy) आप अपना ख्याल रख सकती है। गर्भधारण की पुष्टि होने के बाद आप सबसे पहले अपने घर में मौजूद पति व अन्य बड़ों को यह बात जरूर बताएं क्योंकि कई बार घर के बड़ों को यह मालुम नहीं होता कि आप गर्भवती हैं और वे ऐसा कोई काम आपको बता सकते हैं जिससे मिसकैरेज के चांस बढ़ सकते हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान हाथ-पैर, चेहरे पर सूजन, सर व आँखों में दर्द, मूत्र त्याग में परेशानी या धुंधला दिखाई देना आदि समस्या उत्पन्न हो जाय तो डॉक्टर से जरूर मिलें। यदि हलका सा भी बुखार आ जाए तो बिना डॉक्टर की सलाह कोई दवा न खाएं क्योंकि इन बातों का असर गर्भस्थ शिशु पर पड सकता है। गर्भावस्था के दौरान न तो बहुत चुस्त तथा न ही ज्यादा ढीले कपडे पहने। इसके अलावा ऊँची एड़ी की सैंडल या चप्पल भी न पहनें। मोटर साईकिल, स्कूटर, कार आदि में सफर करते समय चालक को धीरे चलाने के लिए कहें। यदि आप मधुमेह. थाइराइड या हाई ब्लड प्रैशर जैसी किसी शिकायत से पीड़ित हैं तो डॉक्टर की सलाह पर नियमित रूप से दवाइयां लेकर इन रोगों को नियंत्रित रखें तथा डॉक्टरी सलाह के मुताबिक नियमित रूप से टीके जरूर लगवाएं।
गर्भ में पल रहे बच्चे की मूवमेंट पर ध्यान दें। यदि मूवमेंट कम हो तो डॉक्टर से जरूर मिलें तथा जाँच करा लें। इसके साथ ही सातवां महीना पूरा होने के बाद घर पर पूरी तरह आराम करें। गर्भावस्था में सेक्स करने में कोई हर्ज नहीं है। चिकित्सकों के मुताबिन पहले दो महीने तथा अंतिम दो महीने सेक्स न करें तो ज्यादा अच्छा है। बीच के 4-5 महीने में सेक्स से कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन ध्यान रहे सेक्स के समय पेट में दवाब नहीं पड़ना चाहिए और न ही कोई जबरदस्ती आघात-प्रतिघात होने चाहिए।