आज पिफर आपने दाढ़ी नहीं बनायी?’ मानसी ने अपने पति को टोक दिया, जो उसको अपनी बांहों में लेने के लिए उसकी तरपफ ही बढ़ता चला आ रहा था। पति ने दाढ़ी पर हाथ पफेरते हुए कहा, ‘‘क्या पफर्क पड़ता है। दाढ़ी आज नहीं बनी तो कल बन जायेगी।’’
‘‘पफर्क पड़ता है। दाढ़ी तुम पर अच्छी नहीं लगती है। इससे मुझे भी असुविध होती है।’’ मानसी ने दोबारा यही बात कही तो पति नाराज हो गया, ‘‘जब तुम्हें मेरी बढ़ी हुई दाढ़ी से असुविध होती है तो दूसरा पति चुन लो। थोड़ी-सी दाढ़ी क्या बढ़ गयी, तमाशा खड़ा कर दिया। मैं नहीं बनाता दाढ़ी। मेरे साथ रहना है तो रहो, नहीं तो यहां से जाओ।’’
मानसी नाराज होकर दूसरे कमरे में चली गई। दोनों का अच्छा-खासा मूड एक छोटी-सी बात को लेकर खराब हो गया, लेकिन यह बात इतनी छोटी भी नहीं है। ऐसी ही छोटी-छोटी बातें प्यार को कम करती हैं। दाढ़ी आप बनाते ही नहीं हैं। पूरी तरह से छोड़ रखा है, यह तो अलग बात है, लेकिन आप दाढ़ी रोजाना बनाते हैं और आलस्य या लापरवाही वश उसे बीच-बीच में यूं ही छोड़ देते हैं, तो इसका आपके व्यक्तित्व पर गलत प्रभाव पड़ता है। अध्बढ़ी दाढ़ी पत्नी को चुभती है और वह भी ऐसे क्षणों में चुभती है जब पति-पत्नी दोनों ही सहवास क्रीड़ा में संलग्न होते हैं। ऐसे कोमल क्षणों में पति की दाढ़ी का पत्नी के गले या गालों पर चुभना पत्नी के लिए ठीक नहीं होता है। अकारण ही उसका सारा ध्यान इस चुभन की ओर चला जाता है और पत्नी प्यार की गहराइयों में पूरी तरह से डूब नहीं पाती है। पति के गाल पर बढ़ी दाढ़ी का बुरा प्रभाव पत्नी के मन पर भी पड़ता है। सेक्स का संबंध् मन और आंखों से ही होता है। आंखें जो चीज पसंद करती हैं, मन भी उसे ही पसंद करता है और यदि पति बढ़ी दाढ़ी में पत्नी को अच्छा नहीं लगता है तो वह मानसिक रूप से सहवास के लिए तैयार भी नहीं हो पाती है। इन हालातों में जो यौन-संबंध् बनते हैं, उनमें पत्नी का पूरा सहयोग पति को नहीं मिल पाता है। आप काम की व्यस्तता या लापरवाही के कारण दाढ़ी नहीं बना सके हैं तो पत्नी के टोकने पर बड़े ही प्यार से कहें कि आज याद न रहा। आगे से ध्यान रखूंगा। इस तरह के जवाब से बात आगे नहीं बढ़ती है और बढ़ी दाढ़ी में भी बात बन जाती है। पति-पत्नी का रिश्ता तो प्यार का है, कोई भी बात प्यार से ही सुलझायी जा सकती है। इसे में नहीं करूंगा। क्या कर लोगी या तुम्हें जो करना हो कर लो, नहीं चलता है।
बत्ती बंद कर अर्चना पलंग पर आयी और पति के होंठों पर अपना हांेठ रख दिया। अगले ही पल पति ने अपना मुंह दूसरी तरपफ पफेर लिया। अर्चना को बहुत ही बुरा लगा। वह झनकती हुई बोली, ‘‘मैं प्यार कर रही हूं और जनाब नखरे दिखा रहे हैं।’’
पति नाक सिकोड़ते हुए बोला, ‘‘मैं दो-तीन दिनों से ऐसा महसूस कर रहा हूं, तुम्हारे मंुह से अजीब-सी बदबू आती है। तुम या तो मुंह ठीक से सापफ नहीं करती हो या कोई ऐसी चीज खाती हो, जिससे तुम्हारे मुंह से बदबू आती है।’’
पत्नी का मूड बिगड़ गया। वह चीखने लगी, ‘‘लगता है तुम्हारा मुझसे दिल भर गया है, तभी तो ऐसी बेतुकी बातें कर रहे हो। मेरे मुंह से बदबू आ रही है तो क्या तुम्हारे मुंह से खुशबू आ रही है?मुझे नहीं तुम्हारे साथ सोना, मैं दूसरे कमरे में जा रही हूं।’’ यह कहकर अर्चना उठी और चली गयी।
रात का पूरा माहौल पल भर में ही खराब हो गया। सहवास में चंुबन का विशेष महत्व है। इसके बिना सहवास का आनंद नहीं लिया जा सकता है। पत्नी के मुंह से बदबू आये या पिफर पति के पसीने से बदबू आये, ये दोनों ही चीजें सेक्स को कम करती हैं और जीवन साथी के प्रति अरुचि का कारण बन जाती हैं। जीवन साथी के प्रति अरुचि का पैदा हो जाना, कोई छोटी बात नहीं है और इन छोटी-छोटी बातों से ही ऐसे हालात पैदा होते हैं। इन्हें आप यौन-संबंधें के बीच आने ही न दीजिए। लहसुन, प्याज, शराब, सिगरेट, पान-मसाला, तम्बाकू ऐसी चीजें हैं, जिनकी बदबू देर तक मुंह में बनी रहती है और पति या पत्नी को एक दूसरे के नजदीक आने से रोकती हैं। पति या पत्नी के रोकने पर बदबू आने के कारणों का पता लगायें और गुस्सा करने की बजाए उसे दूर करने का उपाय करें। इस तरह से अलग बिस्तर पर चले जाना समस्या का कोई ठोस समाधन थोड़े ही हो सकता है। शिकायत जायज हो तो उसे मानने में ही आपकी बु(िमानी है। गुस्सा करने से तो पूरा वैवाहिक-जीवन ही खतरे में पड़ सकता है।
सोहन की नयी-नयी शादी हुई थी। वह जब भी रात के एकांत क्षणों में पत्नी के करीब आने की कोशिश करता, पत्नी अजीब सी घबराहट महसूस करने लगती और उससे निवेदन भरे स्वर में कहती कि मुझे चुंबन मत कीजिए। मैं पसंद नहीं करती।
एक रात सोहन पत्नी के मना करने पर अड़ गया, ‘‘क्यों, तुम्हें मेरा चूमना पसंद नहीं है? यह क्रिया तो सेक्स में अपना विशेष स्थान
रखती है।’’
‘‘हां, मैं जानती हूं।’’ पत्नी ने दबे स्वर में कहा।
‘‘तुम जानती हो, पिफर भी मुझे चुंबन लेने से मना करती हो?ठीक है, मैं आज से तुम्हारे पास नहीं आउफंगा। तुम्हें मेरा चुंबन इतना ही बुरा लगता है तो पिफर ये सब करने की जरूरत ही क्या है।’’
सोहन यह कहकर जाने लगा तो पत्नी ने उसकी बांह थाम ली और बड़ी ही मुश्किल से बोली, ‘‘देखो, मेरी बात का बुरा मत मानना। तुम तम्बाकू खाना छोड़ दो।’’
‘‘मैं तम्बाकू खाना क्यों छोड़ दूं?तुम पागल तो नहीं हो गयी हो?’’
‘‘पागल तो आप हो गये हंै, तम्बाकू आप खाते हैं और बिना कुल्ला किये ही सो जाते हैं। आपके मुंह से तम्बाकू की जो बदबू सांसों के साथ आती है, वह मेरा मन खराब कर देती है। पिफर मुझे आपके होंठों से होंठ लगाने की हिम्मत ही नहीं पड़ती है।’’
पत्नी ने बड़े ही सलीके से सौम्य भाषा में अपनी पूरी बात कह दी। सोहन एक समझदार व्यक्ति था। उसे पत्नी की बात बुरी नहीं लगी। वह कमरे से निकलकर सीध्े वाॅश बेसिन के पास पहुंचा और ब्रश से दांतों को सापफ करके कुल्ला किया, पिफर कमरे में आकर बोला, ‘‘अब तो तुम्हारी शिकायत दूर हो गयी होगी?’’
पत्नी ने मुस्करा कर उसे बांहों में भर लिया-‘‘तुम दुनिया के सबसे अच्छे पति हो।’’
दुनिया का सबसे अच्छा पति बनने के लिए आपको इन सारी गंदी लतों को छोड़ना पड़ेगा। यही बात पत्नी पर भी लागू होती है। गंदी आदतें यौन-जीवन एवं वैवाहिक-जीवन दोनों को ही बिगाड़ती हैं और पति-पत्नी को एक-दूसरे से दूर ले जाती हैं। मुंह से बदबू आना, पसीने से बदबू आना, कोई नशा करने के बाद कुल्ला या ब्रश किये बिना ही सहवासरत हो जाना यौनानंद को कम करता है। जो पति-पत्नी समझदार होते हैं, वहां इस तरह की समस्याएं हल होते देर नहीं लगती है और जो पति-पत्नी समझदार नहीं होते हैं, वहां इस तरह की समस्याएं संबंध्-विच्छेद तक का भी कारण बन जाती हैं। अगर इस तरह की समस्या हो तो अपने जीवन साथी से सलीके से शिकायत कीजिए ताकि उसे अपनी बेइज्जती महसूस न हो और बात भी बन जाये।

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